Ayodhya Ram Mandir : राम मंदिर में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा को लेकर चल रहे अनुष्ठान की शृंखला में शनिवार को नव्य-दिव्य मंदिर में अर्श से फर्श तक 81 रजत कलशों के पवित्र जल का छिड़काव कर शुद्धीकरण किया गया। वैदिक मंत्रोच्चार के साथ इस क्रिया के बाद प्रासाद Ayodhya Ram Mandir का भी अधिवासन शुरू हो गया है।मंदिर के हर कण में देवताओं का वास: प्राण प्रतिष्ठा के आचार्य अरुणकांत दीक्षित ने कहा कि मंदिर के हर कण में देवताओं का वास होता है। उन देवताओं की दिव्य शक्ति के जागरण के लिए विग्रह के साथ-साथ भवन के अधिवास का भी विधान है। उधर 22 जनवरी के मुख्य पर्व को लेकर मंदिर के शिखर समेत पूरे परिसर को रंग-बिरंगे फूलों से सुसज्जित किया गया है।
रामलला के नव्य-भव्य मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान के अंतिम चरण में विराजमान रामलला रविवार की शाम को राजाधिराज के रूप में प्रवेश करेंगे। इसके चलते आम श्रद्धालुओं के लिए दर्शन रोक दिया गया है जो अब 22 जनवरी के बाद शुरू होगा। सूचना के अनुसार, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ विराजमान रामलला को नए मंदिर के गर्भगृह तक पहुंचाएंगे। मेक शिफ्ट स्ट्रक्चर में रामलला की शनिवार की रात आखिरी होगी। इसके पहले आम दिनों की तरह रामलला के पूजन -अर्चन का क्रम चलता रहा।